can i have a an essay on
avishyaktha hi aavishkaar ka jananni hai.
मित्र हम आपको कुछ पंक्तियाँ लिख कर दे रहे हैं। कृपया आप स्वयं इसे विस्तारपूर्वक लिखने का प्रयास करें। इससे आपके लेखन कौशल का विकास होगा-
यदि मनुष्य को आवश्यकता महसूस नहीं होती तो आज किसी भी वस्तुओं का आविष्कार संभव ना होता। इसके प्रत्यक्ष उदाहरण हमारे घर में ही मौजूद है बल्व से लेकर फ्रिज़ तक व्यक्ति की आवश्यकता के अनुरुप ही बनाए गए हैं। पहले हमारे पूर्वज आदिमानव थे, वो जंगल में रहते थे। कंदमूल, माँस आदि खाकर अपने जीवन का निर्वाह करते थे। परंतु जैसे- जैसे उनकी आवश्यकता बढ़ती गई नए -नए आविष्कार होते गए। उन आवश्यकताओं के आधार पर ही आज हम एक विकसित मनुष्य है। इसलिए सच ही कहा है कि आवश्यकता आविष्कार की जननी है।......................
यदि मनुष्य को आवश्यकता महसूस नहीं होती तो आज किसी भी वस्तुओं का आविष्कार संभव ना होता। इसके प्रत्यक्ष उदाहरण हमारे घर में ही मौजूद है बल्व से लेकर फ्रिज़ तक व्यक्ति की आवश्यकता के अनुरुप ही बनाए गए हैं। पहले हमारे पूर्वज आदिमानव थे, वो जंगल में रहते थे। कंदमूल, माँस आदि खाकर अपने जीवन का निर्वाह करते थे। परंतु जैसे- जैसे उनकी आवश्यकता बढ़ती गई नए -नए आविष्कार होते गए। उन आवश्यकताओं के आधार पर ही आज हम एक विकसित मनुष्य है। इसलिए सच ही कहा है कि आवश्यकता आविष्कार की जननी है।......................